रस सम्प्रदाय
रस संप्रदाय भारतीय काव्यशास्त्र का सिद्धांत है जिसका उपयोग नाट्यशास्त्र में किया जाता है । रस संप्रदाय की उत्पत्ति भरतमुनि के द्वारा 200 ईसवी पूर्व समय में की गई थी । इसीलिए रस संप्रदाय के प्रवर्तक के रूप में भरतमुनि को सर्वश्रेष्ठ माना!-->…