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October 2022

काव्य हेतु

काव्य हेतु से तात्पर्य काव्य की उत्पत्ति का कारण है। बाबू गुलाबराय के अनुसार 'हेतु' का अभिप्राय उन साधनों सेे है, जो कवि की काव्य रचना में सहायक होते है। काव्य हेतु पर सर्वप्रथम् 'अग्निपुराण ' में विचार किया गया है।काव्य हेतु पर विभिन्न

वाक्यांश या अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

हमने साहित्य इन के वेबपोर्टल पर वाक्यांश या अनेक शब्दों के लिए एक शब्द के साथ साथ हिंदी व्याकरण से सम्बंधित अनेक टॉपिक पर पोस्ट अपडेट किया हैं आप उन्हें भी जाकर जरुर देखें hindi vyakaran वाक्यांश के लिए एक शब्द वाक्यांश के लिए एक

रस के अवयव

रस के अवयव :- रस के अवयव :-                 (1)स्थायी भाव :-                  (2)विभाव :-             (1) आलम्बन विभाव -    (2) उद्दीपन विभाव :-(3)अनुभाव:-               

रस निष्पत्ति 

रस निष्पत्ति काव्य को पढ़कर या सुनकर और नाटक को देखकर सहृदय स्रोता पाठक या सामाजिक के चित्त में जो लोकोत्तर आनंद उत्पन्न होता है, वही रस है। रस के प्रमुख आचार्य :-(1) उत्पत्तिवाद :-               (2)अनुमितिवाद :-

हिन्दी की महिला उपन्यासकार एवं उपन्यास

हिन्दी की प्रथम महिला उपन्यासकार 'साध्वी सती प्राण अबला' को माना जाता है। इन्होंने सन् 1890 ई. में 'सुहासिनी' नामक उपन्यास लिखा। ब्रजरत्नदास अनुसार 'साध्वी सती प्राण अबला' का मूल नाम मल्लिका देवी था। हिन्दी की महिला उपन्यासकार

हिंदी डायरी साहित्य 

हिन्दी डायरी विद्या का प्रवर्तन श्री राम शर्मा कृत 'सेवाग्राम की डायरी' (1946) से माना जाता है। हिंदी डायरी साहित्य  हिंदी डायरी साहित्य हिन्दी डायरी लेखक व डायरी निम्नलिखित हैं- लेखकडायरीघनश्यामदास बिड़लाडायरी के

हिन्दी के प्रमुख उपन्यास और उनके प्रमुख पात्र

मनोहर श्याम जोशी अपने उपन्यासों को 'गप्प बाइस्कोप' कहते है। 'मुन्नी मोबाइल', 'तीसरी ताली' उपन्यास के लिए सन् 2012 का 'इन्दु अंतर्राष्ट्रीय कथा सम्मान' प्रदान किया गया है। 'ग्लोबल गाँव का देवता' उपन्यास रणेन्द्र ने लिखा है। इसमें

अंधा युग गीतिनाट्य का कथासार

अंधा युग गीतिनाट्य का कथासार स्थापना- स्थापना के अन्तर्गत नाटककार ने मंगलाचरण, उद्घोषणा और अपनी कृति के वर्ण्य विषय का उल्लेख किया है। उद्घोषणा में उसने बताया है कि प्रस्तुत कृति का वर्ण्य विषय विष्णु पुराण से लिया गया है, जिसमें

उसमान जी का साहित्यिक जीवन परिचय

उसमान जी का साहित्यिक जीवन परिचय उसमान जी का साहित्यिक जीवन परिचयउसमान जी की रचनाएँ उसमान जी साहित्य में स्थान ये जहाँगीर के समय में वर्तमान थे और गाजीपुर के रहनेवाले थे. इनके पिता का नाम शेख हुसैन था और ये पाँच भाई थे. ये शाह

शेख नवी का साहित्यिक जीवन परिचय

शेख नवी का साहित्यिक जीवन परिचय ये जौनपुर जिले में दोसपुर के पास मऊ नामक स्थान के रहने वाले थे और सन् 1619 में जहाँगीर के समय में वर्तमान थे. शेख नवी जी की रचनाएँ इन्होंने ‘ज्ञानदीप’ नामक एक आख्यान काव्य लिखा, जिसमें राजा