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हिन्दी व्याकरण

वाक्य के तत्व

वाक्य के अनिवार्य तत्व(1) सार्थकता- (2) योग्यता - (3) आकांक्षा- (4) निकटता- (5) क्रम - (6) अन्वय -  वाक्य के अनिवार्य तत्व (1) सार्थकता-  सार्थकता वाक्य का प्रमुख गुण है। इसके लिए आवश्यक है कि वाक्य में सार्थक शब्दों का ही प्रयोग

वाक्य के भेद

वाक्य के भेद वाक्य के भेद(1) वाक्य के भेद- रचना के आधार पर(i)साधारण वाक्य या सरल वाक्य:-(ii)मिश्रित वाक्य:-(iii)संयुक्त वाक्य :-(2) वाक्य के भेद- अर्थ के आधार पर (1) वाक्य के भेद- रचना के आधार पर रचना के आधार पर वाक्य के तीन

रस के अंग

रस के चार अंग है-(1) विभाव :- (2) अनुभाव :- (3) व्यभिचारी या संचारी भाव :- (4) स्थायी भाव :-  (1) विभाव :- जो व्यक्ति, पदार्थ अथवा ब्राह्य विकार अन्य व्यक्ति के हृदय में भावोद्रेक करता है, उन कारणों को 'विभाव' कहा जाता

छन्द के भेद

छन्द के भेद छन्द के भेद(1) वर्णिक छन्द- वार्णिक छन्द के भेददण्डक वार्णिक छन्द साधारण वार्णिक छन्द प्रमुख वर्णिक छंद(2) वार्णिक वृत्त-(3) मात्रिक छन्द- प्रमुख मात्रिक छन्द(४) मुक्तछंद वर्ण और मात्रा के विचार से छन्द के चार भेद है-(1)

लक्षणा शब्द शक्ति

लक्षणा शब्द शक्ति लक्षणा शब्द शक्तिलक्षणा के भेद(1) रूढ़ा लक्षणा-(2) प्रयोजनवती लक्षणा-प्रयोजनवती लक्षणा के भेद(3) व्यंजना (Suggestive Sense Of a Word)-व्यंजना के भेदव्यंजना के भेद मुख्यार्थ के बाधित होने पर जिस शक्ति के द्वारा

रस के प्रकार

रस के प्रकाररस के भेद(1) शृंगार रस(2) हास्य रस(3) करुण रस(4) वीर रस(5) रौद्र रस(6) भयानक रस(7) बीभत्स रस(8) अदभुत रस(9) शान्त रस(10) वात्सल्य रस(11) भक्ति रस रस के भेद आचार्य भरतमुनि ने नाटकीय महत्त्व को ध्यान में रखते हए आठ रसों का

अभिधा शब्द शक्ति

अभिधा शब्द शक्ति जिस शक्ति के माध्यम से शब्द का साक्षात् संकेतित (पहला/मुख्य/प्रसिद्ध/प्रचलित/पूर्वविदित) अर्थ बोध हो, उसे 'अभिधा' कहते हैं। जैसे- 'बैल खड़ा है।'- इस वाक्य को सुनते ही बैल नामक एक विशेष प्रकार के जीव को हम समझ लेते

कारक के विभक्ति चिन्ह

कारकों की पहचान के चिह्न व लक्षण निम्न प्रकार हैं- कारक के विभक्ति चिन्हविभक्तियों की प्रायोगिक विशेषताएँविभक्तियों का प्रयोग(1)कर्ता कारक (Nominative case):-कर्ता के 'ने' विभक्ति-चिह्न का प्रयोग कहाँ होता ?कर्ता के 'ने' विभक्ति-चिह्न

पत्र लेखन

पत्र लेखन महत्त्वपूर्ण ही नहीं, अपितु अत्यंत आवश्यक है, कैसे? जब आप विद्यालय नहीं जा पाते, तब अवकाश के लिए प्रार्थना-पत्र लिखना पड़ता है। सरकारी व निजी संस्थाओं के अधिकारियों को अपनी समस्याओं आदि की जानकारी देने के लिए पत्र लिखना पड़ता है।

शब्द शक्ति व प्रकार

काव्य में रस का संचार शब्द-शक्तियों के द्वारा होता हैं। यहाँ शब्दों का विशेष महत्त्व माना गया हैं। काव्य-भाषा में वाक्यों की रचना इस बात की सूचक हैं कि उसमें अनेक प्रकार के शब्दों का प्रयोग प्रकरण, प्रसंग और कवि-आशय के अनुसार हुआ हैं।