लीलाधर जगूड़ी का साहित्यिक परिचय

Hindi Sahity

लीलाधर जगूड़ी साहित्य अकादमी द्वारा पुरस्कृत हिन्दी कवि है जिनके कृति अनुभव के आकाश में चांद  को १९९७ मे पुरस्कार प्राप्त हुआ। लीलाधर जगूड़ी का साहित्यिक परिचय जन्म :- 1 जुलाई 1944, जन्म स्थान:- धंगड़, टिहरी (उत्तराखंड) भाषा :- हिंदी विधाएँ :- कविता, गद्य, नाटक काल- आधुनिक काल युग- नयी कविता युग लीलाधर जगूड़ी की रचनाएँ:- कविता संग्रह :- … Read more

हिन्दी के जीवनीपरक उपन्यास

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हिन्दी के जीवनीपरक उपन्यास ‘भारती का सपूत’— डॉ. रांगेय राघव (भारतेन्दु हरिश्चन्द्र पर, हिन्दी में प्रथम जीवनीपरक उपन्यास, 1954, प्रथम संस्करण),  ‘रत्ना की बात’ — डॉ. रांगेय राघव (तुलसी के जीवन पर, 1957, द्वितीय संस्करण)  ‘लोई का ताना’— डॉ. रांगेय राघव (कबीर के जीवन पर, 1954) ‘मानस का हंस’— अमृतलाल नागर (तुलसीदास के जीवन पर, … Read more

विविध भक्ति सम्प्रदाय

राम भक्ति काव्य धारा

विविध भक्ति सम्प्रदाय 1. अद्वैत सम्प्रदाय (विशिष्टावाद)  -शंकराचार्य2. श्री सम्प्रदाय (विशिष्टाद्वैतवाद) -रामानुजाचार्य3. ब्रह्म सम्प्रदाय (द्वैत वाद) -मध्वाचार्य4. हंस सम्प्रदाय (सनकादि सम्प्रदाय, दवैतादवैतवाद) -निम्बकाचार्य5. वल्लभ सम्प्रदाय (शुद्धाद्वैतवाद) -वल्लभाचार्य6. रुद्र सम्प्रदाय (शुद्ध ब्रह्म मायारहित) -विष्णु स्वामी7. गौड़ीय सम्प्रदाय (भेदाभेदवाद) -चैतन्य महाप्रभु8. सखीसम्प्रदाय (हरिदासी सम्प्रदाय)  -हरिदास 9. रसिक. सम्प्रदाय – अग्रदास10. स्वसुखी सम्प्रदाय -रामचरण दास11. उद्धति  सम्प्रदाय -सहजानंद12.  महापुरुषिया सम्प्रदाय-शांकरदेव13. रामदासी सम्प्रदाय – रामदास14. . तत्सुखी सम्प्रदाय-जीवाराम.15.  राधावल्लभ सम्प्रदाय -गोस्वामी हित हरिवंश16. वारकरी सम्प्रदाय- पुंडलिक 

पाश्चात्य काव्यशास्त्र के वाद

हिन्दी काव्यशास्त्र

पाश्चात्य काव्यशास्त्र के वाद अरस्तू का विरेचन सिद्धांत  अरस्तू के द्वारा प्रयुक्त शब्द कैथार्सिस का अर्थ है सफाई करना या अशुद्धियों को दूर करना, अतः कैथार्सिस का व्युत्पत्तिपरक अर्थ हुआ शुद्धिकरण। अरस्तू ने ‘विरेचन’ शब्द का ग्रहण चिकित्साशास्त्र से किया था, इस मत का प्रचार सं १८५७ में जर्मन विद्वान बार्नेज के एक निबंध से … Read more

अंतः सलीला कामायनी वस्तुनिष्ठ प्रश्न

हिन्दी वस्तुनिष्ठ प्रश्न

अंतः सलीला कामायनी वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1. अंतः सलीला के रचनाकार हैं-1. अज्ञेय✅2. मुक्तिबोध3. पंत4. महादेवी वर्मा 2. अंतः सलीला का रचनाकाल है-1. 1957 ई.2. 1958 ई.3. 1959 ई.✅4. 1960 ई. 3. अंतः सलीला किस रेलयात्रा के दौरान लिखी गई-1. दिल्ली से इलाहाबाद2. आगरा से इलाहाबाद3. आगरा से दिल्ली4. इलाहाबाद से दिल्ली✅5. इलाहाबाद से आगरा 4. … Read more

प्रमुख नाटककार के नाटक

हिन्दी नाटक

प्रमुख नाटककार के नाटक प्रसाद व प्रसादोत्तर नाटक और नाटककार माखनलाल चतुर्वेदी कृष्णार्जुन युद्ध वृंदावनलाल वर्मा सेनापति ऊदल मिश्रबंधु नेत्रोन्मीलन जयशंकर प्रसाद करुणालय, सज्जन, कामना, विशाख, कल्याणी परिणय, अजातशत्रु, एक घूँट, प्रायश्चित, चंद्रगुप्त, जनमेजय का नागयज्ञ, स्कंदगुप्त, ध्रुवस्वामिनी हरिकृष्ण ‘प्रेमी’ स्वर्णविहान, रक्षाबंधन, साँपों की सृष्टि, पाताल विजय, शिवसाधना, स्वप्नभंग, विषपान, अमृत पुत्री, उद्धार, प्रतिशोध लक्ष्मीनारायण … Read more

हिन्दी साहित्य के इतिहास ग्रन्थ

हिन्दी साहित्य का इतिहास

हिन्दी साहित्य के इतिहास ग्रन्थ 1.गार्सा-द-तासी-इस्त्वार द ला लितरेत्यूर ऐन्दुई ऐन्दुस्तानी 2.मौलवी करीमुद्दीनतबका तश्शुअहा में तजकिरान्ई जुअहा- ई हिंदी 3.शिवसिंह सेंगर शिवसिंह सरोज 4.सरजाँर्ज ग्रियर्सन -द माडर्न वर्नेक्यूलर लिटरेचर आँफ हिन्दुस्तान 5.मिश्रबन्धु- मिश्रबन्धु विनोद( श्यामबिहारी मिश्र , शुकदेव बिहारी मिश्र , गणेश बिहारी मिश्र ) 6.आचर्य रामचन्द शक्ल- हिंदी साहित्य का इतिहास 7.डा. रामकुमार वर्मा-हिंदी … Read more

प्रगतिवाद पर वस्तुनिष्ठ प्रश्न

हिन्दी वस्तुनिष्ठ प्रश्न

प्रगतिवाद पर वस्तुनिष्ठ प्रश्न 1 प्रगतिवादी साहित्य में निहित है1 मार्क्सवादी दर्शन2 सामाजिक चेतना3 भावबोध4 सभी ★ 2 प्रगतिवाद के मार्क्सवाद समान रूसी व पश्चिमी दर्शन है1 साम्यवाद2 कम्युनिज्म3 दोनो ★4 दोनों नहीं 3 विश्व का पहला लेखक संगठन है जिसके समान प्रगतिशील लेखक संघ की स्थापना हुई1 वर्ल्ड राइटर एसोसिएसन2 सोवियत लेखक संघ ★3 … Read more

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