उसमान जी का साहित्यिक जीवन परिचय

उसमान जी का साहित्यिक जीवन परिचय

Hindi Sahity

ये जहाँगीर के समय में वर्तमान थे और गाजीपुर के रहनेवाले थे. इनके पिता का नाम शेख हुसैन था और ये पाँच भाई थे. ये शाह निजामुद्दीन चिश्ती की शिष्य परंपरा में हाजीबाबा के शिष्य थे. उसमान ने सन् 1613 ई. में ‘चित्रावली’ नाम की पुस्तक लिखी. पुस्तक के आरंभ में कवि ने स्तुति के उपरांत पैगंबर और चार खलीफों की बादशाह जहाँगीर की तथा शाह निजामुद्दीन और हाजीबाबा की प्रशंसा लिखी है.

उसमान जी की रचनाएँ

कवि ने ‘योगी ढूँढन खंड’ में काबुल, बदख्शाँ, खुरासान, रूस, साम, मिश्र, इस्तबोल, गुजरात, सिंहलद्वीप आदि अनेक देशों का उल्लेख किया है. सबसे विलक्षण बात है जोगियों का अँगरेजों के द्वीप में पहुँचना :

वलंदप देखा अँगरेजा , तहाँ जाइ जेहि कठिन करेजा II ऊँच नीच धन संपति हेरा , मद बराह भोजन जिन्ह केरा II

उसमान जी साहित्य में स्थान

निर्गुण प्रेमाश्रयी शाखा के प्रमुख कवि

Leave a Comment

You cannot copy content of this page