भयानक रस
भयानक रस
भयानक कारणभेद से व्याजजन्य या भ्रमजनित, अपराधजन्य या काल्पनिक तथा वित्रासितक या वास्तविक नाम से तीन प्रकार का और स्वनिष्ठ परनिष्ठ भेद से दो प्रकार का माना जाता है।
भानुदत्त के अनुसार, ‘भय का परिपोष’ अथवा ‘सम्पूर्ण!-->!-->!-->!-->!-->!-->…