अंधेर नगरी की भाषा – शैली एवं संवाद योजना
अंधेर नगरी की भाषा - शैली एवं संवाद योजना
संवाद नाटक की आत्मा होते हैं। उन्हीं के आधार पर नाटक की कथा निर्मित और विकसित होती है, पात्रों के चरित्र के सम्बन्ध में जानकारी मिलती है, उनका विकास होता है। संवाद ही नाटक में सजीवता, रोचकता!-->!-->!-->…