आधुनिक युग का गद्य साहित्य

हिन्दी गद्य साहित्य के विशेषता

  • तत्कालीन राजनैतिक गतिविधियों से प्रभावित
  • हिंदी साहित्य का सर्वश्रेष्ठ युग
  • पद्य के साथ-साथ गद्य, समालोचना, कहानी, नाटक व पत्रकारिता का भी विकास
  • आधुनिक युग की मुख्य विशेषता गद्य की प्रधानता
  • स्वामी दयानन्द सरस्वती ने आर्य समाज के ग्रंथों की रचना राष्ट्रभाषा हिंदी में की
  • विभिन्न मतों के प्रचार कार्य से हिंदी गद्य का समुचित विकास
  • राष्ट्रीय भावना का भी विकास
  • श्रृंगारी ब्रजभाषा की अपेक्षा खड़ी बोली उपयुक्त समझी गई।
  • भारतेंदु बाबू हरिश्चंद्र तथा बाबू अयोध्या प्रसाद खत्री ने खड़ी बोली के दोनों रूपों को सुधारने में महान प्रयत्न किया। उन्होंने अपनी सर्वतोन्मुखी प्रतिभा द्वारा हिंदी साहित्य की सम्यक संवर्धना की।
  • आरंभ में राजा लक्ष्मण सिंह, भारतेन्दु हरिश्चन्द्र, जगन्नाथ दास रत्नाकर, श्रीधर पाठक, रामचंद्र शुक्ल आदि ने ब्रजभाषा में काव्य रचना की।
  • भारतेंदु जी ने गद्य का समुचित विकास किया
  • आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी ने इसी गद्य को प्रांजल रूप प्रदान किया।
  • मैथिलीशरण गुप्त, रामचरित उपाध्याय, नाथूराम शर्मा शंकर, ला. भगवान दीन, रामनरेश त्रिपाठी, जयशंकर प्रसाद, गोपाल शरण सिंह, माखन लाल चतुर्वेदी, अनूप शर्मा, रामकुमार वर्मा, श्याम नारायण पांडेय, दिनकर, सुभद्रा कुमारी चौहान, महादेवी वर्मा आदि का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है।
  • इस काल में गद्य-निबंध, नाटक-उपन्यास, कहानी, समालोचना, तुलनात्मक आलोचना, साहित्य आदि सभी रूपों का समुचित विकास हुआ।

हिन्दी गद्य साहित्यकार

गद्य साहित्य के समालोचक


आचार्य द्विवेदी जी, पद्म सिंह शर्मा, विश्वनाथ प्रसाद मिश्र, आचार्य रामचंद्र शुक्ल,डॉ रामकुमार वर्मा, श्यामसुंदर दास, डॉ रामरतन भटनागर आदि हैं।

गद्य साहित्य के कहानी लेखक


प्रेमचंद, विनोद शंकर व्यास, प्रसाद, पंत, गुलेरी, निराला, कौशिक, सुदर्शन, जैनेंद्र, हृदयेश मनु बुंदेली आदि।

गद्य साहित्य के नाटककार


प्रसाद, सेठ गोविंद दास, गोविंद वल्लभ पंत, लक्ष्मी नारायण मिश्र, उदय शंकर भट्ट, रामकुमार वर्मा आदि हैं।

गद्य साहित्य के निबंध लेखक


आचार्य द्विवेदी, माधव प्रसाद शुक्ल, रामचंद्र शुक्ल, बाबू श्यामसुंदर दास, पद्म सिंह, अध्यापक पूर्णसिंह आदि

गद्य साहित्य के उपन्यासकार


प्रेमचंद, प्रतापनारायण श्रीवास्तव, प्रसाद, उग्र, हृदयेश, जैनेंद्र, भगवतीचरण वर्मा, वृंदावन लाल वर्मा, गुरुदत्त आदि है।

हिंदी गद्य साहित्य का इतिहास PDF बुक डाउनलोड करें [ DOWNLOAD]

You might also like
Leave A Reply