महिला लेखन धारा की आत्मकथा

- दस्तक जिन्दगी की (1990 ई०);
- मोड़ जिन्दगी का (1996 ई०)प्रतिभा अग्रवाल
- जो कहा नहीं गया (1996 ई०)कुसुम अंसल
- लगता नहीं है दिल मेरा (1997 ई०)कृष्णा अग्निहोत्री
- बूंद बावड़ी (1999 ई०)पद्मा सचदेव
- कुछ कही कुछ अनकही (2000 ई०)-शीला झुनझुनवाला
- कस्तूरी कुण्डल बसै (2002 ई०) हादसे (2005 ई०)-रमणिका गुप्ता
- एक कहानी यह भी (2007 ई०)-मन्नू भण्डारी
- अन्या से अनन्या (2007 ई०)-प्रभा खेतान
- पिंजड़े की मैना (2008 ई०)-चन्द्रकिरण सौनरेक्सा