मजदूरी और प्रेम -सरदार पूर्ण सिंह 

मजदूरी और प्रेम -सरदार पूर्ण सिंह मजदूरी और प्रेम -सरदार पूर्ण सिंह हल चलाने वाले का जीवनगड़रिये का जीवनमजदूर की मजदूरीप्रेम-मजदूरीमजदूरी और कलामजदूरी और फकीरीसमाज का पालन करने वाली दूध की धारापश्चिमी सभ्यता का एक नया आदर्श मजदूरी और

काल विभाजन व नामकरण

हिंदी साहित्य के काल विभाजन व नामकरण के संबंध में विभिन्न विद्वानों और आचार्यों के मत भी इस पोस्ट में दिये गये हैं। हिन्दी साहित्य का नामकरण हिन्दी साहित्य के काल-विभाजन को लेकर विद्वानो में अधिक मतभेद नहीं है, केवल हिन्दी

त्रिलोचन शास्त्री का साहित्यिक परिचय

त्रिलोचन शास्त्री का जन्म- 20 अगस्त, 1917, सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश; मृत्यु- 9 दिसम्बर, 2007, गाज़ियाबाद में हुआ था. त्रिलोचन शास्त्री का साहित्यिक परिचय इन को हिन्दी साहित्य की प्रगतिशील काव्य धारा का प्रमुख हस्ताक्षर

अंधेरे में कविता व्याख्या – गजानन माधव मुक्तिबोध

अंधेरे में कविता व्याख्या ज़िन्दगी के...कमरों में अँधेरेलगाता है चक्करकोई एक लगातार; आवाज़ पैरों की देती है सुनाई बार-बार....बार-बार, वह नहीं दीखता... नहीं ही दीखता, किन्तु वह रहा घूम तिलस्मी खोह में

प्रेमचन्द की कहानियाँ : कालक्रमानुसार

प्रेमचन्द की कहानियाँ दुनिया का सबसे अनमोल रतन (ज़माना, 1907) 1907 रूठी रानी (ज़माना, अप्रैल-अगस्त 1907) 1908 सांसारिक प्रेम और देश प्रेम (‘जमाना’, अप्रैल 1908) 1908 यही मेरी मातृभूमि है (सोज़े-वतन, जून 1908, हिन्दी गुप्त धन 1962) 1908…

पृथ्वीराज रासो का परिचय

पृथ्वीराज रासो हिन्दी भाषा में लिखा एक महाकाव्य है जिसमें पृथ्वीराज चौहान के जीवन और चरित्र का वर्णन किया गया है। इसके रचयिता चंद बरदाई पृथ्वीराज के बचपन के मित्र और उनके राजकवि थे और उनकी युद्ध यात्राओं के समय वीर रस की कविताओं से सेना को…

भारतेंदु युग के काव्य प्रवृत्तियाँ

भारतेंदु युग के काव्य प्रवृत्तियाँ भारतेंदु युग ने हिंदी कविता को रीतिकाल के शृंगारपूर्ण और राज-आश्रय के वातावरण से निकाल कर राष्ट्रप्रेम, समाज-सुधार आदि की स्वस्थ भावनाओं से ओत-प्रेत कर उसे सामान्य जन से जोड़ दिया। इस युग की काव्य

अमरकांत का साहित्यिक परिचय

अमरकांत का जन्म उत्तर प्रदेश के बलिया ज़िले के नगारा गाँव में और 17 फ़रवरी, 2014 को उनका इलाहाबाद में निधन हुआ। अमरकांत का साहित्यिक परिचय रचनाएँ कहानी-संग्रह 1. ‘जिंदगी और

आषाढ़ का एक दिन नाटक का परिचय

आषाढ़ का एक दिन एक त्रिखंडीय नाटक है। आषाढ़ का एक दिन कथानक :- प्रथम खंड :- प्रथम खंड में युवक कालिदास अपने हिमालय में स्थित गाँव में शांतिपूर्वक जीवन गुज़़ार रहा है और अपनी कला विकसित कर रहा है। वहाँ उसका एक युवती, मल्लिका,

महादेवी वर्मा 

छायावाद के महत्वपूर्ण स्तंभ कवयित्री महादेवी वर्मा का जीवन परिचय के बारे में जानेंगे . महादेवी वर्मा (26 मार्च 1907 फ़र्रुख़ाबाद उत्तर प्रदेश, — 11 सितंबर 1987 ) हिन्दी की सर्वाधिक प्रतिभावान कवयित्रियों में