हिन्दी से सम्बन्धित प्रथम

हिन्दी से सम्बन्धित प्रथम हिन्दी में प्रथम डी. लिट् - डा. पीताम्बर दत्त बड़थ्वाल विज्ञान में शोधप्रबंध हिंदी में देने वाले प्रथम विद्यार्थी - मुरली मनोहर जोशी अन्तरराष्ट्रीय संबन्ध पर अपना शोधप्रबंध लिखने

सगुण भक्ति धारा की रामभक्ति शाखा

सगुण भक्ति धारा की रामभक्ति शाखातुलसीदास की रचनाओं का संक्षिप्त परिचय :   सगुण भक्ति धारा की रामभक्ति शाखा रामकाव्य का आधार संस्कृत राम-काव्य तथा नाटक रहे । इनमें बाल्मीकि-रामायण, अध्यात्म-रामायण, रघुवंश, उत्तररामचरित,

भारतीय काव्यशास्त्र वस्तुनिष्ठ प्रश्न

भारतीय काव्यशास्त्र वस्तुनिष्ठ प्रश्न वास्तविक काव्यलक्षण का प्रारंभ किस आचार्य से होता है जिन्होंने शब्द और अर्थ के सहभाव (शब्दार्थोसहितौ काव्यम ) को काव्य की संज्ञा दी है - भामह से शब्द अर्थ संगम सहित भरे चमत्कृत भाय। जग

हिंदी साहित्य प्रश्नोत्तरी

अक्षर -अक्षर यज्ञ” किसके पत्रों का संग्रह है - धर्मवीर भारती सूर समाना चंद मे दहू किया घर एक ….क्बीर पटकथा की मूल ईकाई क्या है-- दृश्य मक्रील कहानी किसकी है- यशपाल तनावों के कहानीकार” किसको कहा जाता है- -मोहन राकेश फ्लैस

हिंदी संस्मरण का विकास

हिंदी संस्मरण का विकास 1955मुझे याद है  रामवृक्ष बेनीपुरी1955मैं भूल नहीं सकता  कैलाश नाथ काटजू1955बचपन की स्मृतियां राहुल सांकृत्यायन1956 जिनका मैं कृतज्ञ रहा, मेरे असहयोग के साथी  राहुल सांकृत्यायन1956 मंटो मेरा दुश्मन या मेरा दोस्त

हिन्दी साहित्य का गद्य इतिहास

हिंदी साहित्य का आधुनिक काल भारत के इतिहास के बदलते हुए स्वरूप से प्रभावित था। स्वतंत्रता संग्राम और राष्ट्रीयता की भावना का प्रभाव साहित्य में भी आया। भारत में औद्योगीकरण का प्रारंभ होने लगा था। आवागमन के साधनों का विकास

मोहन राकेश का साहित्यिक परिचय

मोहन राकेश एक नाट्य लेखक और उपन्यासकार हैं. जो नई कहानी' आन्दोलन के प्रमुख साहित्यकार भी हैं. 'सारिका' पत्रिका का सम्पादन भारतेंदु हरिश्चंद्र और जयशंकर प्रसाद के बाद हिन्दी नाटक को दोबारा रंगमंच से जुड़ा। हिन्दी नाटकों

सुभद्रा कुमारी चौहान का साहित्यिक परिचय

सुभद्रा कुमारी चौहान हिन्दी की सुप्रसिद्ध कवयित्री और लेखिका थीं। ये राष्ट्रीय चेतना की एक सजग कवयित्री रही हैं, किन्तु इन्होंने स्वाधीनता संग्राम में अनेक बार जेल यातनाएँ सहने के पश्चात अपनी अनुभूतियों को कहानी में भी व्यक्त किया।