भाषा के प्रकार्य

इस पोस्ट में भाषा के प्रकार्य के बारें पढेंगे

भाषा के प्रकार्य

  • विचारों के आदान – प्रदान का महत्वपूर्ण साधन है।
  • भाषा को मनुष्य सामाजिक संबंधों की अभिव्यक्ति का उपकरण बनाता है।
  • भाषा मानसिक चिंतन प्रक्रिया को पूरा करता है।
  • इसका प्रमुख प्रकार्य संप्रेषण करना है।
  • भाषा आभ्यन्तर अभिव्यक्ति का सर्वाधिक विश्वसनीय माध्यम है।
  • इसके बिना मनुष्य सर्वथा अपूर्ण है और अपने इतिहास तथा परम्परा से विच्छिन्न है।
  • यह हमारी अस्मिता, सामाजिक-सांस्कृतिक पहचान का भी साधन है।
  • ज्ञानार्जन का साधन
  • आत्मविकास का साधन
  • कल्पना उड़ान की माध्यम
भाषाविज्ञान और हिंदी भाषा
भाषाविज्ञान और हिंदी भाषा

रोमन जैकोब्सन (Roman Jakobson) ने भाषा के छः प्रकार्य (functions) गिनाए हैं।

  1. अभिव्यक्तिक प्रकार्य (Expressive Function)
  2. इच्छा परक प्रकार्य (Conative Function)
  3. अभिधापरक प्रकार्य (Donative Function)
  4. सम्पर्क परक प्रकार्य (Phatic Function)
  5. आधिभाषिक प्रकार्य (Codifying Function)
  6. काव्यात्मक प्रकार्य (Poetic Function)

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