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2023

पाश्चात्य काव्यशास्त्री और उनकी रचनायें

पाश्चात्य काव्यशास्त्री और उनकी रचनायें प्लेटोगणतन्त्रअरस्तुपोयटिक्स , पेरिपोइटिकेसलोंजाइन्सपेरिइप्सुसक्रोचेएस्थेटिकवड्सवर्थलिरिकल बेलेडस, ऐन इवनिंग वॉक ऐंड डिस्क्रिप्ट स्केचेज, द प्रिल्यूडसिमोन द बुआद सेकंड सेक्सकॉलरिज–पोयम्स,द

हिंदी निबंध का विकास

हिंदी निबंध का विकास हिन्दी निबन्ध का जन्म भारतेन्दु-काल में हुआ। यह नवजागरण का समय था। भारतीयों की दीन-दुखी दशा की ओर लेखकों का बहुत ध्यान था। पुराने गौरव, मान, ज्ञान, बल-वैभव को फिर लाने का प्रयत्न हो रहा था। भारतेन्दु युग

हिन्दी गद्य के विकास

हिन्दी गद्य के विकास के विभिन्न सोपान अध्ययन की दृष्टि से हिंदी गद्य साहित्य के विकास को इस प्रकार विभाजित किया जा सकता है। हिन्दी गद्य के विकास को विभिन्न सोपानों में विभक्त किया जा सकता है- (1) पूर्व भारतेंदु युग(प्राचीन युग): 13