कथेतर गद्य
कथेतर साहित्य साहित्य की वह शाखा है जिसमें दर्शाए गए स्थान, व्यक्ति, घटनाएँ और सन्दर्भ पूर्णतः वास्तविकता पर ही आधारित होते हैं। इसके विपरीत कपोलकल्पना है जिसमें कथाएँ कुछ मात्रा में या पूरी तरह लेखक की कल्पना पर आधारित होतीं हैं और उन में कुछ तत्व वास्तविकता से हट के होते हैं।
हिंदी डायरी साहित्य
हिन्दी डायरी विद्या का प्रवर्तन श्री राम शर्मा कृत ‘सेवाग्राम की डायरी’ (1946) से माना जाता है। हिंदी डायरी साहित्य हिन्दी डायरी लेखक व डायरी निम्नलिखित हैं- लेखक डायरी घनश्यामदास बिड़ला डायरी के पन्ने धीरेंद्र वर्मा मेरी कालिज डायरी (1954) सुन्दरलाल त्रिपाठी दैनंदिनी सियारामशरण गुप्त दैनिकी उपेन्द्रनाथ ‘अश्क’ ज्यादा अपनी कम परायी (1959) हरिवंश राय … Read more
दलित कविता का विकास
दलित कविता का विकास संत रैदास को हिंदी का प्रथम दलित कवि माना जाता है। आधुनिक युग के दलित कवियों में प्रथम नाम हीरा डोम और स्वामी अच्युतानंद का नाम लिया जाता है। दलित विद्वानों ने सन 1914 ईस्वी में सरस्वती पत्रिका में प्रकाशित हीरा डोम की कविता अछूत की शिकायत को हिंदी की प्रथम … Read more
हिंदी साहित्य में रेखाचित्र
हिंदी साहित्य में रेखाचित्र पदम् सिंह शर्मा/पदम् पराग (1929 ई०) श्रीराम शर्मा /बोलती प्रतिमा (1937 ई०) प्रकाशचंद्र गुप्त/शब्द-चित्र एवं रेखा-चित्र (1940 ई०, पुरानी स्मृतियाँ और नये स्केच (1947 ई०) महादेवी वर्मा/अतीत के चलचित्र (1941 ई०), स्मृति की रेखाएँ (1947 ई०) भदन्त आनंद कौसल्यायन/जो न भूल सका (1945 ई०) रामवृक्ष बेनीपुरी/माटी की मूरतें (1946 ई०), गेहूँ … Read more
हिंदी साहित्य में शोध-प्रबंध
हिंदी साहित्य में शोध-प्रबंध धीरेन्द्र वर्मा (1897-1973 ई०)/ला लाँग ब्रज (फ्रेंच भाषा में, 1935 ई०, हिन्दी में अनुवाद- ‘ब्रजभाषा’ नाम से) बाबू राम सक्सेना (1897-1988 ई०)/दि इवॉल्यूशन ऑफ अवधी (अंग्रेजी भाषा में, 1938 ई०, हिन्दी में अनुवाद-‘अवधी का विकास’ नाम से) उदय नारायण तिवारी (1903-1984 ई०)/ऑरिजिन एण्ड डेवलपमेण्ट ऑफ भोजपुरी (अंग्रेजी भाषा में, 1946 ई०; … Read more