अरस्तू पाश्चात्य काव्यशास्त्री
अरस्तू पाश्चात्य काव्यशास्त्री
प्लेटो के शिष्य अरस्तू ने कलाओं को अनुकरणात्मक मानते हुए भी उनके महत्त्व को स्वीकार किया।यह प्लेटो के विचारों से भिन्न दृष्टि थी।प्लेटो के विचार जहाँ नैतिक और सामाजिक हैं, वहीं अरस्तू की दृष्टि!-->!-->!-->…