दिव्या-यशपाल

दिव्या-यशपाल - यशपाल - हिन्दी साहित्य नोट्स संग्रह

‘दिव्या’ का कथानक बौद्धकाल की स्मृतियों पर आधारित है। ‘दिव्या’ यशपाल के श्रेष्ठ उपन्यासों में एक से है। इस उपन्यास में युग-युग की उस दलित-पीड़ित नारी की करुण कथा है, जो अनेकानेक संघर्षों से गुज़रती हुई अपना स्वस्थ मार्ग पहचान लेती है। यशपाल जी का ‘दिव्या’ एक काल्पनिक ऐतिहासिक उपन्यास है।  उपन्यास में वर्णित घटनाएँ पाठकों के … Read more

पत्रों के प्रकार

पत्रों के प्रकार मुख्य रूप से पत्रों को निम्नलिखित दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है : (1) अनौपचारिक-पत्र (Informal Letter)(2) औपचारिक-पत्र (Formal Letter) (1)अनौपचारिक पत्र- वैयक्तिक अथवा व्यक्तिगत पत्र अनौपचारिक पत्र की श्रेणी में आते हैं। वैयक्तिक अथवा व्यक्तिगत पत्र- वैयक्तिक पत्र से तात्पर्य ऐसे पत्रों से हैं, जिन्हें व्यक्तिगत मामलों के सम्बन्ध में पारिवारिक … Read more

वचन की परिभाषा प्रकार व नियम

Hindi Sahity

शब्द के जिस रूप से एक या एक से अधिक का बोध होता है, उसे हिन्दी व्याकरण में ‘वचन’ कहते है।दूसरे शब्दों में- संज्ञा, सर्वनाम, विशेषण और क्रिया के जिस रूप से संख्या का बोध हो, उसे ‘वचन’ कहते है। जैसे- फ्रिज में सब्जियाँ रखी हैं।तालाब में मछलियाँ तैर रही हैं।माली पौधे सींच रहा है।कछुआ खरगोश … Read more

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