हिंदी साहित्य में नयी कविता का युग

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‘दूसरे सप्तक’ के प्रकाशन वर्ष 1951ई० से ‘नयी कविता’ का प्रारंभ माना जाता  है। ‘नयी कविता’ उन कविताओं को कहा जाता है, जिनमें परम्परागत कविता से आगे नये भाव बोधों की अभिव्यक्ति के साथ ही नये मूल्यों और शिल्प विधान का अन्वेषण किया गया। अज्ञेय को ‘नयी कविता का भारतेन्दु’ कह सकते हैं । नयी … Read more

साठोत्तरी कविता आंदोलन

हिन्दी पद्य साहित्य

साठोत्तरी हिन्दी साहित्य के इतिहास के अन्तर्गत सन् 1960 ई० के बाद मुख्यतः नवलेखन (नयी कविता, नयी कहानी आदि) युग से काफी हद तक भिन्नता की प्रतीति कराने वाली ऐसी पीढ़ी के द्वारा रचित साहित्य है जिनमें विद्रोह एवं अराजकता का स्वर प्रधान था। साठोत्तरी लेखन में विद्रोही चेतनायुक्त आन्दोलन प्राथमिक रूप से कविता के … Read more

नयी कविता प्रसिद्ध पंक्तियाँ

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नयी कविता प्रसिद्ध पंक्तियाँ हम तो ‘सारा-का सारा’ लेंगे जीवन‘कम-से-कम’ वाली बात न हमसे कहिए। -रघुवीर सहाय मौन भी अभिव्यंजना हैजितना तुम्हारा सच है, उतना ही कहोतुम व्याप नहीं सकतेतुममें जो व्यापा है उसे ही निबाहो। -अज्ञेय जी हाँ, हुजूर, मैं गीत बेचता हूँ।मैं तरह-तरह के गीत बेचता हूँमैं किसिम -किसिम केगीत बेचता हूँ। (‘गीतफरोश’) … Read more

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