अमृतलाल नागर का साहित्यिक परिचय

जन्म
अमृत लाल नागर का जन्म 17 अगस्त 1916 ई. को गोकुलपुरा, आगरा (उत्तर प्रदेश) में में हुआ। आपके पिता का नाम राजाराम नागर था। आपके पितामह शिवराम नागर 1895 से लखनऊ आकर बस गए थे।
अमृतलाल नागर के उपन्यास
- 1-महाकाल (1947) बंगाल के अकाल की त्रासदी पर आधारित
- 2-सेठ बाँकेलाल (1955)
- 3-बूंद और समुद्र (1956)
- 4-शतरंज के मोहरे (1959)
- 5-सुहाग के नूपुर (1960)
- 6-अमृत और विष (1966)
- 7-सात घूँघट वाला मुखड़ा (1968)
- 8-एकदा नैमिषारण्ये (1972)
- 9-मानस का हंस(1972)
- 10-नाच्यौ बहुत गोपाल (1978)
- 11-खंजन नयन (1981)
- 12-बिखरे तिनके (1982)
- 13-अग्निगर्भा (1983)
- 14-करवट (1985)
- 15-पीढ़ियां (1990)
पुरस्कार
- ‘बूँद और समुद्र’ पर काशी नागरी प्रचारिणी सभा का विक्रम संवत 2015 से 2018 तक का बटुक प्रसाद पुरस्का्र एवं सुधाकर पदक,
- ‘सुहाग के नूपुर’ पर उत्तर प्रदेश शासन का वर्ष 1962-63 का प्रेमचंद पुरस्कार,
- ‘अमृत और विष’ पर वर्ष 1967 का साहित्य अकादेमी पुरस्काकर,
- ‘अमृत और विष’ पर वर्ष 1970 का सोवियत लैंड नेहरू पुरस्कार,
- ‘मानस का हंस’ पर मध्य प्रदेश शासन साहित्य परिषद का वर्ष 1972 का अखिल भारतीय वीरसिंह देव पुरस्कार,
- ‘मानस का हंस’ पर उत्तर प्रदेश शासन का वर्ष 1973-74 का राज्य साहित्यिक पुरस्कार,
- हिंदी रंगमंच की विशिष्ट सेवा हेतु सन 1970-71 का उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी पुरस्काार,
- ‘खंजन नयन’ पर भारतीय भाषा, कलकत्ता (कोलकाता) का वर्ष 1984 का नथमल भुवालका पुरस्कार,
- वर्ष 1985 का उ॰प्र॰ हिंदी संस्थान का सर्वोच्च भारत भारती सम्मान (22 दिसंबर, 1989 को प्रदत्त),
- हिंदी साहित्य सम्मेलन, प्रयाग द्वारा ‘साहित्य वाचस्पति’ उपाधि से विभूषित।
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