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April 2022

कुम्भनदास का साहित्यिक परिचय

कुम्भनदास अष्टछाप के एक कवि थे और परमानंददास जी के ही समकालीन थे। ये पूरे विरक्त और धन, मान, मर्यादा की इच्छा से कोसों दूर थे। ये मूलत: किसान थे। अष्टछाप के कवियों में सबसे पहले कुम्भनदास ने महाप्रभु वल्लभाचार्य से दीक्षा ली थी।

गोविन्द स्वामी का साहित्यिक परिचय

गोविन्दस्वामी वल्लभ संप्रदाय (पुष्टिमार्ग) के आठ कवियों (अष्टछाप कवि) में एक थे। गोविन्द स्वामीजी का साहित्यिक जीवन परिचय इनका जन्म राजस्थान के भरतपुर राज्य के अन्तर्गत आँतरी गाँव में 1505 ई० में हुआ था। ये सनाढ्य ब्राह्मण थे,

देव जी का साहित्यिक जीवन परिचय

देव जी का साहित्यिक जीवन परिचय प्रसिद्ध देव कवि का जन्म सं. १७३० में हुआ था। ये द्यौसरिया (देवसरिया) कान्यकुब्ज द्विवेदी ब्राह्मण थे। इनका निवासस्थान इटावा था. उनका पूरा नाम देवदत्त था। देव जी की रचनाएँ निर्विवाद रूप

रसलीन का साहित्यिक परिचय

रसलीन जी का साहित्यिक परिचय रसलीन का पूरा नाम सैयद गुलाम नबी था। ये रसलीन उपनाम से कविता लिखते थे। इनके पिता का नाम सैयद मुहम्मद बाकर था। ये हरदोई जिला के प्रसिद्ध कस्बा बिलग्राम के रहने वाले थे। इनका जन्म सन्

मतिराम का साहित्यिक परिचय

मतिराम, हिंदी के प्रसिद्ध ब्रजभाषा कवि थे। मतिराम जी का साहित्यिक जीवन परिचय मतिराम का जन्म सन १६१७ में उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में स्थित तिकवांपुर (त्रिविक्रमपुर) में

चिंतामणि त्रिपाठी का साहित्यिक परिचय

चिंतामणि त्रिपाठी जी का साहित्यिक जीवन परिचय ये यमुना के समीपवर्ती गाँव टिकमापुर या भूषण के अनुसार त्रिविक्रमपुर (जिला कानपुर) के निवासी काश्यप गोत्रीय कान्यकुब्ज त्रिपाठी ब्राह्मण थे। इनका जन्मकाल संo 1666 विo और रचनाकाल संo 1700

वृन्द का साहित्यिक परिचय

वृन्द (1643-1723) हिन्दी के कवि थे। इनके नीति के दोहे बहुत प्रसिद्ध हैं। वृन्द जी का साहित्यिक जीवन परिचय पं॰ रामनरेश त्रिपाठी इनका जन्म सन् 1643 में मथुरा (उ.प्र.)

ठाकुर का साहित्यिक परिचय

प्रकृति से ठाकुर स्वच्छंद, मनमौजी, निर्भीक, स्पष्टवादी, स्वाभिमानी, सौंदर्यप्रेमी, भावुक, 'विरोधियों के प्रति उग्र एवं सहयोगियों के प्रति सहृदय', उदार और बुद्धि के दूरदर्शी, कुशल, मर्म तक पहुँचनेवाले तथा देशकाल की गति को अच्छी तरह

घनानंद का साहित्यिक परिचय

घनानंद (1673- 1760) रीतिकाल की तीन प्रमुख काव्यधाराओं- रीतिबद्ध, रीतिसिद्ध और रीतिमुक्त के अंतिम काव्यधारा के अग्रणी कवि हैं। ये 'आनंदघन' नाम स भी प्रसिद्ध हैं। आचार्य रामचंद्र शुक्ल ने रीतिमुक्त घनानन्द का समय सं. १७४६ तक माना है। इस

अम्बिका दत्त व्यास का साहित्यिक परिचय

अम्बिका दत्त व्यास जी का साहित्यिक जीवन परिचय अम्बिकादत्त व्यास (जन्म- 1848; मृत्यु- 1900) ब्रजभाषा के कुशल और सरस कवि थे। ये 'भारतेन्दु युग' के कवि और लेखक थे। ये भारतेन्दु हरिश्चन्द्र के समकालीन तथा उनसे प्रभावित हिन्दी सेवी