हिन्दी के जीवनीपरक उपन्यास
हिन्दी के जीवनीपरक उपन्यास ‘भारती का सपूत’— डॉ. रांगेय राघव (भारतेन्दु हरिश्चन्द्र पर, हिन्दी में प्रथम जीवनीपरक उपन्यास, 1954, प्रथम संस्करण), ‘रत्ना की बात’ — डॉ. रांगेय राघव (तुलसी के जीवन पर, 1957, द्वितीय संस्करण) ‘लोई का ताना’— डॉ. रांगेय राघव (कबीर के जीवन पर, 1954) ‘मानस का हंस’— अमृतलाल नागर (तुलसीदास के जीवन पर, … Read more