हिंदी साहित्य के प्रमुख दर्शन और प्रवर्तक

हिंदी साहित्य के प्रमुख दर्शन और प्रवर्तक

  • सांख्य-कपिल
  • योग-पतंजलि
  • न्याय-अक्षपाद
  • गौतम-वैशेषिक
  • उलूक -कणद
  • मीमांसा/पूर्व-मीमांसा-जैमिनी
  • वेदांत/उत्तर मीमांसा-बादरायण
  • लोकायत/बार्हस्पत्य-चार्वाक (बृहस्पति का शिष्य)
  • बौद्ध/क्षणिकवाद-गौतम बुद्ध
  • जैन/स्यादवाद-महावीर
  • अद्वैत मत-शंकराचार्य (भक्ति आंदोलन की पृष्ठभूमि तैयार करने वाला)
  • विशिष्टाद्वैत मत (श्री संप्रदाय)-रामानुज आचार्य (भक्ति आंदोलन का प्रारंभिक प्रतिपादक)
  • द्वैताद्वैत/ भेदाभेद मत (सनकादि/रसिक संप्रदाय)निम्बार्क आचार्य
  • द्वैत मत (ब्रह्म संप्रदाय)मध्वाआचार्य
  • शुद्धाद्वैत मत (रूद्र संप्रदाय)विष्णु स्वामी
  • पुष्टिमार्ग/शुद्धाद्वैत मत (रूद्र संप्रदाय)-वल्लभ आचार्य
  • अचिंत्यभेदाभेद मत (गौड़ीय वैष्णव संप्रदाय)चैतन्य
  • राधा वल्लभ संप्रदाय,हित हरिवंश,रामावत,रामानंदी संप्रदाय-रामानंद
  • उदासी संप्रदाय-श्रीचंद (गुरु नानक के पुत्र)
  • बिश्नुई संप्रदाय-जंभनाथ
  • हरिदासी (सखी) संप्रदाय-स्वामी हरिदास
Leave A Reply