- जन्म -गुजरात, 18 फरवरी 1925
- निधन 25 जनवरी 2019

कृष्णा सोबती साहित्यिक परिचय
कहानी संग्रह-
- बादलों के घेरे – 1980
- लम्बी कहानी (आख्यायिका/उपन्यासिका)-
- डार से बिछुड़ी -1958
- मित्रो मरजानी -1967
- यारों के यार -1968
- तिन पहाड़ -1968
- ऐ लड़की -1991
- जैनी मेहरबान सिंह -2007 (चल-चित्रीय पटकथा; ‘मित्रो मरजानी’ की रचना के बाद ही रचित, परन्तु चार दशक बाद 2007 में प्रकाशित)
उपन्यास-
- सूरजमुखी अँधेरे के -1972
- ज़िन्दगी़नामा -1979
- दिलोदानिश -1993
- समय सरगम -2000
- गुजरात पाकिस्तान से गुजरात हिंदुस्तान -2017 (निजी जीवन को स्पर्श करती औपन्यासिक रचना)
- विचार-संवाद-संस्मरण-
- हम हशमत (तीन भागों में)
- सोबती एक सोहबत
- शब्दों के आलोक में
- सोबती वैद संवाद
- मुक्तिबोध : एक व्यक्तित्व सही की तलाश में -2017
- लेखक का जनतंत्र -2018
- मार्फ़त दिल्ली -2018
यात्रा-आख्यान-
बुद्ध का कमण्डल : लद्दाख़
भावपक्ष
महिलाओं पर होने वाले विभिन्न तरह के अत्याचारों को उजागर किया है. उनकी विभिन्न समस्याओं के साथ-साथ उनके साथ होने वाली सामाजिक अश्लीललता का भी इन्होंने वर्णन किया है.
सम्मान एवं पुरस्कार
- 1980 में ‘ज़िन्दगीनामा’ के लिए साहित्य अकादमी पुरस्कार
- 1996 में उन्हें साहित्य अकादमी का फेलो बनाया गया जो अकादमी का सर्वोच्च सम्मान है।
- हिंदी अकादमी, दिल्ली की ओर से वर्ष २०००-२००१ के शलाका सम्मान से सम्मानित किया गया था।
- वर्ष २०१७ का ५३वाँ ज्ञानपीठ पुरस्कार प्रदान ]