हिन्दी नाटक
हिंदी नाटक का विकास
हिंदी नाटक का विकास हिंदी नाट्य साहित्य का विकास जयशंकर प्रसाद जी को केंद्र में रखकर हिंदी नाट्य साहित्य को हम विभिन्न युगों में बांट सकते हैं। प्रसाद पूर्व हिंदी नाटक प्रसाद युगीन नाटक प्रसादोत्तर स्वतंत्रता पूर्व हिंदी नाटक स्वातंत्र्योत्तर नाटक ( 1947 से आज तक ) समग्रतः हिंदी नाटक के क्षेत्र में स्वातंत्र्योत्तर काल भारतेंदु … Read more
भारतेंदु युग के नाटककार के नाटक
भारतेंदु युग के प्रमुख नाटककार एवं उनके नाटक यहाँ प्रस्तुत किये जा रहे हैं – भारतेंदु युग के नाटककार के नाटक प्राणचंद चौहान – रामायण महानाटक महाराज विश्वनाथ सिंह – आनंद रघुनंदन गोपालचंद्र गिरिधर दास- नहुष भारतेंदु हरिश्चंद्र – विद्यासुंदर, रत्नावली, पाखण्ड विडंबन, धनंजय विजय, कर्पूर मंजरी, भारत-जननी, मुद्राराक्षस, दुर्लभ बंधु (उपर्युक्त सभी अनूदित); वैदिकी … Read more
प्रमुख नाटककार के नाटक
प्रमुख नाटककार के नाटक प्रसाद व प्रसादोत्तर नाटक और नाटककार माखनलाल चतुर्वेदी कृष्णार्जुन युद्ध वृंदावनलाल वर्मा सेनापति ऊदल मिश्रबंधु नेत्रोन्मीलन जयशंकर प्रसाद करुणालय, सज्जन, कामना, विशाख, कल्याणी परिणय, अजातशत्रु, एक घूँट, प्रायश्चित, चंद्रगुप्त, जनमेजय का नागयज्ञ, स्कंदगुप्त, ध्रुवस्वामिनी हरिकृष्ण ‘प्रेमी’ स्वर्णविहान, रक्षाबंधन, साँपों की सृष्टि, पाताल विजय, शिवसाधना, स्वप्नभंग, विषपान, अमृत पुत्री, उद्धार, प्रतिशोध लक्ष्मीनारायण … Read more
जयशंकर प्रसाद जी की नाट्य-रचनाएं
जयशंकर प्रसाद जी की नाट्य-रचनाएं सज्जन (1910) : महाभारत के कथानक को लेकर रचा गया नाटक। गंधर्व चित्रसेन दुर्योधन को उसके मित्रों सहित बन्दी बनाता है। युधिष्ठिर के कहने पर अर्जुन चित्रसेन से युद्ध करने जाता है। चित्रसेन मित्र अर्जुन को पहचान लेता है और दुर्योधन को छोड़ देता है। इसमें भारतेन्दु काल की नाट्य-शैली अपनाई … Read more
चन्द्रगुप्त नाटक के पात्र
चन्द्रगुप्त नाटक के पात्र चाणक्य (विष्णुगुप्त) : मौर्य्य साम्राज्य का निर्माताचन्द्रगुप्त : मौर्य्यःसम्राट्नन्द : मगधःसम्राट्राक्षस : मगध का अमात्यवररुचि (कात्यायन) : मगध का अमात्यशकटार : मगध का मंत्रीआम्भीक : तक्षशिला का राजकुमार सिंहरण : मालव गणमुख्य का कुमार पर्वतेश्वर : पंजाब का राजा (पोरस)सिकन्दर : ग्रीक विजेताफिलिप्स : सिकन्दर का क्षत्रप मौर्य्य-सेनापति : चन्द्रगुप्त का पिता एनीसाक्रीटीज : सिकन्दर … Read more
चंद्रगुप्त नाटक से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु
चंद्रगुप्त नाटक से जुड़े महत्वपूर्ण बिंदु चन्द्रगुप्त (सन् 1931 में रचित) हिन्दी के प्रसिद्ध नाटककार जयशंकर प्रसाद का प्रमुख नाटक है। इसमें विदेशियों से भारत का संघर्ष और उस संघर्ष में भारत की विजय की थीम उठायी गयी है। ‘चन्द्रगुप्त’, जय शंकर प्रसाद जी द्वारा लिखित नाटक है यह नाटक ‘चन्द्रगुप्त मौर्य’ के उत्थान के साथ-साथ उस समय के महाशक्तिशाली राज्य ‘मगध’ के राजा … Read more