हिंदी साहित्य में नयी कविता का युग

‘दूसरे सप्तक’ के प्रकाशन वर्ष 1951ई० से ‘नयी कविता’ का प्रारंभ माना जाता  है। ‘नयी कविता’ उन कविताओं को कहा जाता है, जिनमें परम्परागत कविता से आगे नये भाव बोधों की अभिव्यक्ति के साथ ही नये मूल्यों और शिल्प विधान का अन्वेषण किया गया। अज्ञेय को ‘नयी कविता का भारतेन्दु’ कह सकते हैं । नयी […]

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