हिन्दी साहित्य में प्रमुख आत्मकथा
मौलिक आत्मकथाएं
अर्द्धकथानक (1641 ई०) -बनारसीदास जैन
स्वरचित आत्मचरित (1879 ई०) -दयानंद सरस्वती
मुझमें देव जीवन का विकास (1909 ई०) -सत्यानंद अग्निहोत्री
मेरे जीवन के अनुभव (1914 ई०) -संत राय
फिजी द्वीप में मेरे इक्कीस वर्ष!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->!-->…