हिंदी निबंध का विकास

हिन्दी निबंध

हिंदी निबंध का विकास हिन्दी निबन्ध का जन्म भारतेन्दु-काल में हुआ। यह नवजागरण का समय था। भारतीयों की दीन-दुखी दशा की ओर लेखकों का बहुत ध्यान था। पुराने गौरव, मान, ज्ञान, बल-वैभव को फिर लाने का प्रयत्न हो रहा था। हिंदी निबंध के विकास का वर्णन इस प्रकार किया जा सकता है – १. भारतेंदु … Read more

निबन्ध-लेखन (Essay-writing): परिभाषा, अर्थ व अंग

निबन्ध-लेखन (Essay-writing)  परिभाषा “अपने मानसिक भावों या विचारों को संक्षिप्त रूप से तथा नियन्त्रित ढंग से लिखना ‘निबन्ध’ कहलाता है।” दूसरे शब्दों में- “किसी विषय पर अपने भावों को पूर्ण रूप से क्रमानुसार लिपिबद्ध करना ही ‘निबंध’ कहलाता है।” आधुनिक निबन्धों के जन्मदाता फ्रान्स के मौन्तेन के अनुसार ‘निबन्ध विचारों, उद्धरणों एवं कथाओं का सम्मिश्रण … Read more

चिंतामणि के तीन भाग

चिंतामणि के तीन भाग हैं चिंतामणि 1 सन् १९३९ में प्रकाशित आचार्य रामचंद्र शुक्ल द्वारा रचित हिन्दी का निबंधात्मक (समालोचना)ग्रंथ है। जिसके प्रमुख निबन्ध हैं- भाव या मनोविकार, उत्साह, श्रद्धा और भक्ति, करुणा, लज्जा और ग्लानि, घृणा, ईर्ष्या, भय, क्रोध, कविता क्या है, काव्य में लोक मंगल की साधनावस्था। चिंतामणि 2 सन् १९४५ ई. में … Read more

अशोक के फूल का सारांश

हिन्दी गद्य साहित्य

अशोक के फूल का सारांश प्रस्तुत निबन्ध में हजारी प्रसाद द्विवेदी जी ने ‘अशोक के फूल’ की सांस्कृतिक परम्परा की खोज करते हुए उसकी महत्ता प्रतिपादित की है। इस फूल के पीछे छिपे हुये विलुप्त सांस्कृतिक गौरव की याद में लेखक का मन उदास हो जाता है और वह उमड़-उमड़ कर भारतीय रस-साधना के पीछे … Read more

मजदूरी और प्रेम -सरदार पूर्ण सिंह 

मजदूरी और प्रेम -सरदार पूर्ण सिंह  हल चलाने वाले का जीवन हल चलाने वाले और भेड़ चराने वाले प्रायः स्वभाव से ही साधु होते हैं। हल चलाने वाले अपने शरीर का हवन किया करते हैं। खेत उनकी हवनशाला है। उनके हवनकुंड की ज्वाला की किरणें चावल के लंबे और सुफेद दानों के रूप में निकलती हैं। … Read more

निबंध कैसे लिखें

Hindi Sahity

निबंध लिखने का उद्देश्य  किसी विषय-वस्तु को तर्क और तथ्यों के साथ उसे व्यवस्थित रूप देते है,जिससे उस विषय वस्तु को और अधिक गहराई से समझा जा सके। किसी भी विषय पर किसी निबंध को लिखने के लिए उस विषय के बारे में पूर्ण जानकारी होना अति आवश्यक हैं . आदर्श निबंध लिखने से पूर्व … Read more

निबन्ध की शैली व विशेषताएँ

निबन्ध की शैली व विशेषताएँ निबन्ध की शैली(ESSAY STYLE) निबन्ध की विशेषताएँ(Essay Features) निबन्ध की चार प्रमुख विशेषताएँ हैं- (1)व्यक्तित्व का प्रकाशन :- (2)संक्षिप्तता :- (3)एकसूत्रता :- (4)अन्विति का प्रभाव :-

निबंध के प्रकार(TYPE OF ESSAY)

निबंध के प्रकार विषय के अनुसार प्रायः सभी निबंध तीन प्रकार के होते हैं : (1) वर्णनात्मक (2) विवरणात्मक (3) विचारात्मक वर्णनात्मक निबंध- वर्णनात्मक निबंध के लिए विभाग विवरणात्मक निबंध- विवरणात्मक निबंध लिखने के लिए विभाग (a) घटना का समय एवं स्थान (b) ऐतिहासिक पृष्ठभूमि (c) कारण, वर्णन एवं फलाफल (d) इष्ट-अनिष्ट की समालोचना एवं … Read more

कविता क्या है -आचार्य रामचन्द्र शुक्ल

Hindi Sahity

कविता क्या है -आचार्य रामचन्द्र शुक्ल कविता वह साधन है जिसके द्वारा शेष सृष्टि के साथ मनुष्य के रागात्मक सम्बन्ध की रक्षा और निर्वाह होता है। रागों या वेगस्वरूप मनोवृत्तियों का सृष्टि के साथ उचित सामन्जस्य स्थापित करके कविता मानव जीवन के व्यापकत्व की अनुभूति उत्पन्न करने का प्रयास करती है। सृष्टि के नाना रूपों … Read more

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