भक्तिकाल की प्रसिद्ध पंक्तियाँ

तुलसीदास की पंक्तियाँ कबीरदास की पंक्तियाँ मलिक मुहम्मद जायसी  की पंक्तियाँ सूरदास की पंक्तियाँ रहीमदास की पंक्तियाँ सुरतिय, नरतिय, नागतिय, सब चाहत अस होय।गोद लिए हुलसी फिरै, तुलसी सो सुत होय।।-रहीम दीरघ दोहा अरथ के, आखर थोरे मांहि।ज्यों रहीम नटकुंडली, सिमिट कूदि चलि जांहि।।-रहीम तब लग ही जीबो भला देबौ होय न धीम।जन में रहिबो … Read more

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