सजीवों में पोषण कक्षा 7 विज्ञान पाठ 9
सजीवों में पोषण कक्षा 7 विज्ञान पाठ 9
स्मरणीय तथ्य
1.स्वपोषी -ऐसे पौधे जो अपना भोजन स्वयं बनाते हैं स्वपोषी कहलाते हैं।
2.परपोषी -ऐसे पौधे जो अपना भोजन स्वयं नहीं बनाते बल्कि भोजन के लिए अन्य पौधों या जीवों पर निर्भर रहते हैं, परपोषी कहलाते हैं।
3. आंशिक परजीवी- ऐसे पौधों जो अपना भोजन स्वयं बनाते हैं परन्तु खनिज लवणों के लिए पोषक पौधों पर निर्भर करते हैं। आशिक परजीवी कहलाते हैं।
4.मृतोपजीवी -ऐसे जीव जो अपना भोजन सड़े-गले तथा मृत पदार्थों से प्राप्त करते हैं, मृतोपजीवी कहलाते हैं।
5. पाचन- भोजन के साथ हम जो पोषक पदार्थ लेते हैं, उनमें से अधिकांश का उपयोग शरीर में सीधे नहीं हो सकता। अतः ऐसे पदार्थों में बदल दिया जाता है जिनका उपयोग शरीर कर सके। इस क्रिया को पाचन कहते हैं।
6. हरे पौधे सूर्य के प्रकाश की उपस्थिति में कार्बन डाइऑक्साइड तथा जल से अपना भोजन बनाते हैं।
7. अधिकांश पौधे स्वपोषी जबकि सभी जन्तु परपोषी होते हैं।
8. शरीर में भोजन लेने, उसके पाचन और शरीर द्वारा पत्रे हुये भोजन का उपयोग करने तथा अपशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने को पोषण कहते हैं।
9. पाचन क्रिया में भोजन के जटिल यौगिकों को सरल अणुओं में बदल दिया जाता है।
10. सरल अणुओं का अवशोषण छोटी आँत द्वारा होता है और यह रक्त द्वारा प्रत्येक कोशिका तक पहुँचा दिया जाता है।
11. अमीबा जैसे एककोशिकीय जीवों में अंतःकोशिकीय पाचन होता है।
12. मनुष्य में पाचन, पाचक अंगों तथा पाचक ग्रंथियों के आपस में मिल जुलकर कार्य करने से होता है।