धातुएँ और अधातुएँ कक्षा 8 वीं विज्ञान अध्याय 5
महत्वपूर्ण बिन्दु
- अभी तक 114 तत्वों की खोज हो चुकी है।
- कुछ तत्त्वों में कुछ विशेष गुण पाया जाता है जैसे विशेष चमक होती है। पीटने पर आघातवर्ध्य व तन्य (चादर व तार बन जाती) होते हैं। विद्युत् और ऊष्मा के सुचालक होते हैं।
- उपर्युक्त सभी गुण धारण करने वाले तत्व धातु कहलाते हैं। जैसे-लोहा, ताँबा, चाँदी, सोना आदि।
- कुछ तत्वों में भंगुरता, ऊष्मा, विद्युत् के कुचालक होना आदि गुण पाये जाते हैं, इन्हें अधातु कहते हैं।
- धातु प्रायः ठोस होते हैं एक अपवाद पारा द्रव है। अधातु ठोस, द्रव, गैस तीनों अवस्था में होते हैं।
- धातु तत्वों में विशेष प्रकार की ध्वनि होती है इन्हें धात्विक ध्वनि कहते हैं। इसी के कारण इनका उपयोग घंटी व वाद्य यंत्रों के तारों के लिये किया जाता है।
- धातुओं का गलनांक उच्च होता है। अभाओं का अपेक्षाकृत कम होता है।
- धातुओं के दहन से क्षारीय तथा अधातुओं के दहन से अम्लीय ऑक्साइड प्राप्त होता है।
- सोना-चाँदी व प्लैटिनम जैसे धातु तत्व उत्कृष्ट धातुएँ कहलाती हैं।
- धातुएँ अम्ल से क्रिया करती हैं और हाइड्रोजन विस्थापित करती हैं।
- धातुएँ संक्षारित होती हैं इन्हें रोकने के लिये ग्रीसिंग पेंटिंग आदि किया जाता है।”
- धातुओं को अधिक उपयोगी बनाने के लिये धातुएँ एवं अधातुएँ मिलाकर अधिक कठोर व जंग प्रतिरोधी बना दी जाती है। इस मिश्रण को मिश्र धातु कहते हैं।
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