केदारनाथ अग्रवाल (1 अप्रैल 1911 – 22 जून 2000 ) प्रमुख हिन्दी कवि थे। 1 अप्रैल 1911 को उत्तर प्रदेश के बांदा जनपद के कमासिन गाँव में हनुमान प्रसाद गुप्ता व घसीटो देवी के घर हुआ था।
रचनाओं की सूची
- गुलमेंहदी
- हे मेरी तुम
- जमुन जल तुम
- जो शिलाएँ तोड़ते हैं
- कहें केदार खरी खरी
- खुली आँखें खुले डैने
- कुहकी कोयल खड़े पेड़ की देह
- मार प्यार की थापें
- फूल नहीं रंग बोलते हैं
- आग का आइना
- पंख और पतवार (1979)
- अपूर्वा
- नींद के बादल
- आत्म गंध
- बम्बई का रक्त स्नान
- युग-गंगा
- बोले बोल अबोल
- लोक आलोक
- चुनी हुयी कविताएँ
- पुष्पदीप
- वसंत में प्रसन्न पृथ्वी
- अनहारी हरियाली
पुरस्कार
उनका कविता-संग्रह ‘फूल नहीं, रंग बोलते हैं’ सोवियतलैंड नेहरू पुरस्कार से सम्मानित हो चुका है। कविता संग्रह ‘अपूर्वा’ के लिये 1986 का साहित्य अकादमी पुरस्कार मिला। इसके अलावा वे हिंदी संस्थान पुरस्कार, तुलसी पुरस्कार, मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार आदि पुरस्कारों से सम्मानित हुए।